01 December, 2010

खुश रहने की दवा

आजकल खुश रहने की दवा खा रहा हूं
और असर दिखने लगा है
बस चंद रोज पहले से
बदल गया है सबकुछ
अब मैं ज्यादा नहीं सोचता
मन में कोई अपराधबोध नहीं रखता
भूल चुका हूं कल की बातें
कल का कोई हिसाब नहीं रखता
आजकल खुश रहने की दवा खा रहा हूं
और असर दिखने लगा है

जो चल रहा है, सब ठीक है
अब कहां कोई गम है
हर रोज हंस रहा हूं
यही क्या कम है
कुछ पाने की जल्दी में
अब बिल्कुल नहीं रहता
आजकल बेफिक्र होने की दवा खा रहा हूं
और असर दिखने लगा है

पहले उठते थे मन में ढेरो सवाल
पीछे पड़ जाते थे अनचाहे ख्याल
हर शख्स को अपनी तराजू पर तौलना
सही-गलत को हर वक्त टटोलना
अब जो बोझ मिले वो कम है
हर बोझ मैं सिर पर नहीं रखता
आजकल तनाव सहने की दवा खा रहा हूं
और असर दिखने लगा है

बड़ा कमजोर दिल था मेरा
साथ छूटने के डर से घबराता था
कहीं कुछ बिगड़ न जाए
इस डर से खुद को बचाता था
पहले सबकुछ जानते थे मेरे दोस्त
लेकिन खुद के बारे में अब ज्यादा नहीं बोलता
आजकल भावुक न होने की दवा खा रहा हूं
और असर दिखने लगा है

क्यों सोचना क्या किया मैंने
क्यों पूछना क्या खो दिया मैंने
अभी तो दूर बहुत चलना है
इसलिए हर वक्त खुश रहना है
अब जो उम्मीदें हैं वो खुद से हैं
इसलिए मन बेचैन नहीं रहता
आजकल खुश रहने की दवा खा रहा हूं
और असर दिखने लगा है

8 comments:

ATUL S PANDEY said...

very nice thoughts , i loved it very mature and real from heart , great keep it up amit .....

Amit Gupta said...

Thanks Atul, How r u... apne naye safar par kaha tak pahuche?

रामदास सोनी said...

ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है, ऐसी आशा है कि पुष्प वाटिका के समान सोहित इस ब्लॉग वाटिका में आप अपनी रचनाओं के माध्यम से जन-मन के अन्तर्मन को छू लेगें, अगर हो सके तो राष्ट्रवादी और सामयिक विषयों पर आधारित इस ब्लॉग पर भी कभी दस्तक देवें.........
http://hindugatha.blogspot.com

Anonymous said...

लेखन के मार्फ़त नव सृजन के लिये बढ़ाई और शुभकामनाएँ!
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आलेख-"संगठित जनता की एकजुट ताकत
के आगे झुकना सत्ता की मजबूरी!"
का अंश.........."या तो हम अत्याचारियों के जुल्म और मनमानी को सहते रहें या समाज के सभी अच्छे, सच्चे, देशभक्त, ईमानदार और न्यायप्रिय-सरकारी कर्मचारी, अफसर तथा आम लोग एकजुट होकर एक-दूसरे की ढाल बन जायें।"
पूरा पढ़ने के लिए :-
http://baasvoice.blogspot.com/2010/11/blog-post_29.html

Patali-The-Village said...

बहुत अच्छी सोच| धन्यवाद|

संगीता पुरी said...

इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका ब्‍लॉग जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

खबरों की दुनियाँ said...

नए चिट्ठे के साथ हिंदी ब्‍लॉग जगत में आपका स्‍वागत है , अच्छी पोस्ट , शुभकामनाएं । पढ़िए "खबरों की दुनियाँ"

हरीश सिंह said...

" भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" की तरफ से आप, आपके परिवार तथा इष्टमित्रो को होली की हार्दिक शुभकामना. यह मंच आपका स्वागत करता है, आप अवश्य पधारें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . आपकी प्रतीक्षा में ....
भारतीय ब्लॉग लेखक मंच